मुझे यह बताते हुए अत्यंत हर्ष हो रहा है कि मेरी लिखी कविताओं को मेरी बहुत ही प्यारी और मुझे सदैव ही प्रोत्साहित करने वाली भारती आंटी मेरी कविताओं को स्वर दे कर मेरी कविताओं और मेरे ब्लॉग की सुंदरता को और भी बढ़ा रहीं हैं। वे अनन्य साहित्य प्रेमी हैं और हिंदी भाषा के प्रति उनका लगाव हम सब के लिए एक प्रेरणा है।
उनका यह स्नेह मेरे लिये बहुत ही अमूल्य है और उनका मेरी कविताओं को स्वर देना मेरे लिये उनका आशीष है।
आज उनकी आवाज़ में सुनिये "एक शिक्षिका की दृष्टि से"
बधाई!!!
ReplyDeleteअनंता... तुम्हारा प्यार, उतना ही सुन्दर जैसे तुम्हारी लेखनी। अनेकों शुभकामनाएं और आशीर्वाद, खूब जियो ढेर लिखो, और मैं जहां भी रहूं, तुम्हारी कविताएँ यूँही गुनगुनाऊं ❤️
ReplyDeleteबहुत प्यार और शुभकामनाएं प्रिय अनंता | जल्द ही सुनकर बताती हूँ |
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